दोस्तों आज के पोस्ट मे, मैं कुछ मत्वपूर्ण और ज्यादा प्रयोग मे लाए जाने वाले पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabd) की सूची बनाया हु जो आपके लिए काफी फायदेमंद होगी।
वैसे तो पर्यायवाची शब्द या समानर्थी शब्द का मतलब (अर्थ) एक जैसा होता है लेकिन हार एक शब्द की अपनी एक विशेषता होती है और भाव मे एक दूसरे से भिन्न हो सकते है।
हिन्दी मे हमे एक समान अर्थ देने वाले ढेर सारे शब्द मिल जाते है जिन्हे हम पर्यायवाची शब्द (Synonyms Words) की तरह प्रयोग कर सकते है।
लेकिन जैसा की मैंने ऊपर बताया की, उन शब्दों के अर्थ भाव मे बिभिन्नता हो सकती है, अतः इस अवस्था मे आपको एक उचित पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabd) का ही चुनाव करना चाहिए।
उदाहरण के लिए – “शतक” के पर्यायवाची शब्द सौ, सदी, शती, शताब्दी, सैकड़ा, आदि होते हैं। जहा सौ का अर्थ “सौ अंकों का समूह”, सदी (जिसे शती या शताब्दी भी कहा जाता है) का आशय “सौ वर्षों का समूह” और वही सैकड़ा शब्द का अर्थ ‘सौ वस्तुओं का समूह’ से होता है।
कुछ महत्वपूर्ण पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabd in Hindi)
- अश्व – घोड़ा, आशुविमानक, तुरंग, घोटक, हय, तुरंगम, वाजि, सैंधव, रविपुत्र।
- अलंकार – आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर।
- अंबर – आकाश, आसमान, गगन, फलक, नभ।
- अनुपम – अनोखा, अनूठा, अपूर्व, अद्भुत, अद्वितीय, अतुल।
- अहंकार – दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान।
- अग्नि – आग, ज्वाला, दहन, धनंजय, हुताशन, अनल, पावक, वहनि, कृशानु।
- अमृत – मधु, सुधा, पीयूष ,अमी, सोम ,सुरभोग।
- अधर्म – पाप, अनाचार, अनीत, अन्याय, अपकर्म, जुल्म।
- आँख – नेत्र, नयन, चक्षु, दृग, लोचन, अक्षि, नजर, अक्ष, चश्म।
- आयु – अवस्था, उम्र, वय, जीवनकाल, वयस्, जिन्दगी।
- आकाश – नभ, आसमान, फलक, व्योम, गगन, अम्बर।
- उपवन – बाग़, बगीचा, उद्यान, वाटिका, फुलवारी, पुष्पवाटिका, चमन, गुलशन।
- कनक – कंचन, सुवर्ण, हिरण्य, हेम, हाटक, सोना, स्वर्ण।
- कमल – जलज, पंकज, अम्बुज, सरोज, शतदल, नीरज, अरविन्द, नलिन, सारंग, पद्म, अब्ज।
- खोटा – अशुद्ध, मिलावटी, दूषित, विकृत, बनावटी, अनुचित, खराब, बुरा।
- गाय – भद्रा, गौरी, सुरभी, धेनु, गऊ, गौ,गैया, पयसि्वनी,दोग्धी।
- गणेश – गणपति, गजवदन, मूषकवाहन, लम्बोदर, विनायक, गजानन।
- गंगा – देवनदी, भागीरथी, सुरसरिता, मन्दाकिनी, सुरसरि, सुरधुनी।
- गरुड़ – खगेश, खगपति, नागांतक, सुपर्ण, वैनतेय।
- घड़ा – घट, कलश, कुंभ, घटक, कुट।
- घर – आलय, आवास, गृह, सदन, निवास, भवन, निकेतन, निलय।
- चाँद – चन्द्र, चन्द्रमा, शशि, सोम, राकेश, शशांक, मयंक, रजनीश।
- चाँदनी – चंद्रिका, कौमुदी, हिमकर, अमृतद्रव, उजियारी, ज्योत्स्न्ना, चन्द्रमरीचि, कलानिधि।
- चूहा – खंजक, इन्दुर, मूषक, आखु, गणेशवाहन, मूसा।
- चोटी – श्रृंग, कूट, शिखा, शिखर, शीर्ष, चूड़ा।
- चाँदी – जातरूप, रजत, रुपक, रूपा, कलधौत, रूप्य, खर्जूर।
- जल – नीर, सलिल, जीवन, तोय, उदक, पानी, पय,अंबु, अंभ, रस, आब, वारि ।
- जगत – विश्व, दुनिया, जगती, संसार, भव, जग, जहान्, लोक।
- जिह्वा – जीभ, रसज्ञा, रसा, जबान, रसिका, रसना, वाचा।
- तालाब – तड़ाग, सर, जलाशय, सरसि,ताल,पद्माकर, पुष्कर, सरोवर।
- तोता – शुक, सुआ, सुग्गा, कोर, सुअरा, दाडिमप्रिय, रक्ततुंड।
- तांबा – रक्तधातु, ताम्र, तामा, ताम्रक।
Paryayvachi Shabd in Hindi
- दीपक – प्रदीप, दीप, दीया, ज्योति, चिराग।
- दुःख – व्यथा, क्लेश, पीड़ा, कष्ट, संताप, वेदना।
- दिन – अह:, दिवस, वासर, दिवा, वार।
- दूध – पय, क्षीर, गोरस, दुग्ध स्तन्य।
- दया – कृपा, अनुकंपा, करुणा, अनुग्रह।
- धन – दौलत, अर्थ, वित्त, पूँजी, द्रव्य, संपदा, सम्पत्ति, राशि, मुद्रा।
- पृथ्वी – भूमि ,अचला, धरा ,धरित्री, धरनी, वसुमति, वसुधा, वसुंधरा, अवनी, अंबरा।
- नाव – नौका, नौ, जलयान, बेड़ी, डोंगी, नैया, तरिणी, तरी, जल वाहन।
- नदी – सरिता, वाहिनी, अपगा, शैवालिनी, शैलजा, सिंधुगामिनी, तरंगिणी, स्रोतस्विनी, तटिनी।
- पर्वत – पहाड़, गिरि, अद्रि, महीधर, भूधर, अचल, शैल, धरणीधर, नग।
- पंकज – कमल, राजीव, पद्म, सरोज, नलिन, जलज।
- पत्थर – पाषाण, पाहन, उपल, अश्म, शिला, प्रस्तर।
- पथ – मग, मार्ग, राह, पंथ, रास्ता।
- फूल – पुष्प, कुसुम,पुहुप, सुमन, प्रसून।
- बसंत – ऋतुराज, ऋतुपति ,मधुमास ,कुसुमाकर।
- बंदर – कपि, मर्कट ,वानर, कपीस ,शाखामृग।
- बादल – पयोधर, मेघ, जलधर, अंबुद, वारिद, पयोद, नीरद, घन, जलद।
- भय – त्रास, भीति, डर, खौफ, आतंक।
- मेंढक – दादुर, दर्दुर, वर्षाभू, मंडूक, भेक, शालूर।
- वायु – अनिल, समीर, पवन, हवा।
- वस्त्र – पट , परिधान, अम्बर, वसन, चीर।
- विष – गर्ल, कालकूट, जहर, हलाहल।
- शेर – हरि, केसरी, केशी, वनराज, मृगेन्द्र, मृगराज, शार्दूल, सिंह, केहरि, नाहर।
- शरीर – देह, काया, तन, बदन, कलेवर, गात, विग्रह।
- शत्रु – दुश्मन, अरि, रिपु, विपक्षी, अमित्र, अराति, बैरी।
- सरस्वती – वाग्देवी, वाणी, शारदा, वीणापाणि, हंसवाहिनी, वागीश्वरी।
- सुरभि – सुगंध, इष्टगंध, घ्राण, तर्पण, सौरभ, सुवास।
- सूर्य – दिनकर, दिवाकर, भास्कर, आदित्य, रवि, भानु, प्रभाकर, दिनेश, दिनमणि।
- स्वर्ग – सुरलोक, देवलोक, द्युलोक, नाक ।
- सर्प – साँप, व्याल, पन्नग, अहि, नाग, विषधर, भुजंग, उरग, सरीसृप।
- हिमालय – हिमप्रस्थ, हिमांचल, हिमाद्रि, नगाधिराज, पर्वतराज।
- हाथी – गज, हस्ती, मतंग, द्विरद, गयंद, सिंधुर, दंती, कुंभी, वितुण्ड।
- हनुमान – अंजनिपुत्र, पवनसुत, आंजनेय, कपीश, महावीर, मारुत।
- राजा – नृप, नृपति, भूपति, नरपति, भूप, महीप, महीपति, नरेश, राव, सम्राट्।
- दोस्त – बन्धु, मित्र, साथी, यार, सखा, हितैषी, साखी, मीत।
- पक्षी – विहंग, विहग, खग, पखेरू, परिंदा, चिड़िया, शकुंत, अंडज, पतंग, द्विज।
- यज्ञ – याग, हव, हवन, होम, ज्योतिष्टोम, अनुष्ठान।
- राक्षस- दैत्य, असुर, निशाचर, राक्षस, दानव, दनुज, यातुधान, निशिचर, रजनीचर,।
- भुजंग– साँप, सर्प, फनी, फणधर, विषधर।
- समुन्द्र – सागर, जलधि, वारिधि, उदधि, पयोधि, सिंधु।
- मिठास – मधुरता, माधुर्य, मीठापन।
- साफ – निर्मल, स्वच्छ, विमल, शुद्ध।
- हवा – वायु, समीर, अनिल, पवमान, पवन।
- प्रकाश – ज्योति, दुति, प्रभा, आभा, रोशनी।
पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabd)
- समूह – दल, झुंड, समुदाय, टोली, जत्था, मण्डली, वृंद, गण, पुंज, संघ, समुच्चय।
- स्त्री – सुन्दरी, कान्ता, कलत्र, वनिता, नारी, महिला, अबला, ललना, औरत, कामिनी, रमणी।
- हिरण – सुरभी, कुरग, मृग, सारंग, हिरन।
- संसार – लोक, जग, जहान, जगत, विश्व, दुनिया।
- संध्या- सायंकाल, शाम, साँझ, प्रदोषकाल, गोधूलि।
- शहद – पुष्परस, मधु, आसव, रस, मकरन्द।
- शेषनाग – अहि, नाग, भुजंग, व्याल, उरग, पन्नग, फणीश, सारंग।
- शिव – भोलेनाथ, शम्भू, त्रिलोचन, महादेव, नीलकंठ, शंकर।
- बिजली – चपला, चंचला, दामिनी, सौदामिनी, तड़ित, बीजुरी, घनवल्ली, क्षणप्रभा।
- माता – जननी, माँ, अंबा, जनयत्री, अम्मा।
- ब्राह्मण – द्विज, भूदेव, विप्र, महीदेव, भूमिसुर, भूमिदेव।
- असंख्य – बहुत, अनेक, अतीव, अति, बहुल, प्रचुर, अपरिमित, प्रभूत, अपार, अमित, अत्यन्त।
- पुत्री – बेटी, आत्मजा, तनूजा, सुता, तनया।
- हवा – वायु, पवन, समीर, वात, मारुत, अनिल, पवमान, समीरण, स्पर्शन।
- वृक्ष – तरुवर, पेड़, द्रुम, तरु, विटप, रूंख, पादप।
- जीभ – रसना, रसज्ञा, जिह्वा, रसिका, वाणी, वाचा, जबान।
- चतुर – विज्ञ, निपुण, नागर, पटु, कुशल, दक्ष, प्रवीण, योग्य।
- कान – कर्ण, श्रुति, श्रुतिपटल, श्रवण, श्रोत, श्रुतिपुट।
- कोयल – कोकिला, पिक, काकपाली, बसंतदूत, सारिका, कुहुकिनी, वनप्रिया।
- ऋषि – मुनि, साधु, यति, संन्यासी, तत्वज्ञ, तपस्वी।
- उदय – उद्गम, पैदाइश, जन्म, उद्भव, सृष्टि, आविर्भाव, उत्पति।
- कमाना – अभिलाषा, अभिप्राय, चाह, इच्छा, लालसा, मनोरथ, आकांक्षा, अभीष्ट।
- ध्वनि – शब्द, नाद, आश्व, घोष, रव, मुखर।
- जहर – गरल, माहुर, हलाहल, कालकूट, विष।
Paryayvachi Shabd in Hindi for Class 3, 4
- पत्थर — आकाश, प्रस्तर, पाहन पाषाण।
- पानी— जल, वारि, नीर, तोय, सलील, अंबु, सर।
- आकाश – व्योम, शून्य, गगन, अम्बर, आकाश, अंतरिक्ष, नभ, धौ, अनंत
- पवन — पवन, वायु, समीर, अनिल, वात, मरुत्, पवमान, बयार, प्रकंपन, समी
- सर्प — सर्प, नाग, विषधर, व्याल, भुजंग, उरग, अहि पन्नग।
- जंगल — वन, कानन, बीहड़, विटप, विपिन।
- घर — गृह, गृह, आवास, आलय, गेह, निवास, निलय, मंदिर।
- अमृत — सुधा, सोम, पीयूष, अमिय, जीवनोदक
- असुर — राक्षस, दैत्य, दानव, निशाचर, दनुज, यतुधान, निशिचर, रजनीचर।
- अग्नि – अग्नि, अनल, पावक, वह्नि।
- अश्व — घोड़ा, हय, तुरंग, वाजी, घोटक, सैंधव, तुरंग।
- आकाश – गगन, नभ, आकाश, व्योम, अंबर, धौ, अंतरिक्ष, अनंत
- आँख — आँख, दृग, नयन, लोचन, चक्षु, अअरि, अंबक, दृष्टि, विलोचन।
- इच्छा — आकांक्षा, चाह, अभिलाषा, कामना, ईप्सा, मनोरथ, भावना, ईहा, वांछा।
- अक्षय — सुरेश, देवेंद्र, देवराज, पुरंदर, सुरपति, मघवा, वासव, हर।
- ईश्वर – प्रभु, ईश्वर, भगवान, परमात्मा।
- कमल — जलज, पंकज, सरोज, राजीव, अरविन्द, नीरज।
- गरमी – ग्रीष्म, ताप, निदाघ, थर्मो।
- गृह — घर, निकेतन, भवन, आलय,निवास, गेह, सदन, आगर, आयतन, आवास, निलय, धाम।
- गंगा — सुरसरि, त्रिपथगा, देवनदी, जाह्नवी, भागीरथी।
- चंद्र — चंद्र, चंद्रमा, विधु, शशि, राकेश, हिमांशु, सुधांशु, सुधाकर, सुधाधर, सारंग, निशाकर, निशापति, रजनीपति, मृगांक, कलानिधि।
- जल – वारि, पानी, नीर, सलील, तोय, उदक, अंबु, जीवन, पाय, अमृत, मेघपुष्प।
- नदी — सरिता, तटिनी, रंगिणी, निर्झरिणी, आप्गा, निम्नगा, कूलंकषा।
- पवन — वायु, समीर, पवन, अनिल।
- पत्नी – भार्या, दारा, अर्धांगनी, वामा, गृहिणी, बहू, वधू, कलत्र, प्राणप्रिया
- पुत्र — पुत्र, सुत, तनय, आत्मज, जनज, लड़का, तनुज।
- पुत्री — बेटी, सुता, तनया, आत्मजा, दुहिता, नंदिनी, तनुजा।
- दोस्त — बन्धु, मित्र, साथी, यार, सखा, हितैषी, अंतर्मुख, साखी, जीवन-साथी, मीत, सहायक
- पृथ्वी — धरा, [], पृथ्वी, वसुधा, भूमि, वसुंधरा, भू, इला, धरा, धरत्री, धरणी।
- पर्वत — शैल, नाग, भूधर, पर्वत, अंचल, महीधर, ग्राहि, भूमिधर, तुंग, अँधी।
- बिजली — चपला, चंचला, दामिनी, सौदामनी, विधुत्, तड़ित, बीजुरी, क्षणप्रभा।
- मेघ—गीत, जलधर, पयोद, पयोधर, घना।
- राजा — नृप, नृपति, भूपति, नरपति, भूप, महीप, महीपति, नरेश, राव, सम्राट
- रजनी — रात्रि, निशा, यामिनी, विभावरी।
- सर्प — सर्प, अहि, भुजंग, विषधर, व्याल, फणी, उरग, पन्नग, नाग।
- सागर — समुद्र, उद्धि, जलधि, वारिधि, परवार, सिंधुर, नीरनिधि, नदीश, पयोधि, अर्णव, पयोनिधि, रत्नाकर, अब्धि, वारिश, जलधाम, नीरधि।
- सिंह — शेर, वनराज, शार्दूल, मृगराज, व्याघ्र, पंचमुख, मृगेंद्र, केशरी, केहरी, केशी, महावीर।
- सूर्य — सूर्य, दिनकर, सूरज, भास्कर, मार्तंड, मरीची, प्रभाकर, सविता, पतंग, दिवाकर, हंस, आदित्य, भानु, अंसुमाली।
- स्त्री — ललना, नारी, कामिनी, रमणी, स्त्री, वनिता, कांता।
Paryayvachi Shabd in Hindi for Class 5, 6
- शिक्षक — गुरु, आचार्य, आचार्य, उपाध्याय।
- हाथी — कुंजर, गज, द्विप, करि, हस्ती।
- सिर –शीशा मुंड, माथा।
- अनुपम – अपूर्व, अद्वितीय, अद्भुत, अद्वितीय, अतुल
- आम – आम्र, चुत, रसाल, अमृतफल, सहकार, अतिसौरभ, च्यूत,
- आनंद – मोदी, प्रमोद, हर्ष, आमोद, सुख, शनिवार, अहलाद, उल्लास
- आश्रम – मठ, विहार, कुटी, स्तर, अखाड़ा, संघ
- कटोरा – वस्त्र, पट, वसन, अंबर, चीर , रच
- कमल – सरोज, जलज, अब्ज, पंकज, अरविंद, पद्म, कंज, शतदल, अंबुज, सरसिज, नलिन, तामरस
- किरणें – मरीचि, मुख, अंशु, कर, रश्मि, प्रभा, अर्चि, गो
- कुबेर – किन्नरेश, यक्षराज, धनद, धनाधिप, राजराज
- गणेश – लंबोदर, एकदंत, मूषकवाहन, गजवदन, गजानन, विनायक, गणपति, विघ्ननाशक, भवानी नंदन, महाकाय, विघ्नराज, मोदकप्रिय, मोददाता
- गदहा – खर, गर्दभ, धूसर, रासभ, बेशर, चक्रीवान्, वैशाखनंदन
- चोर – तस्कर, दस्यु, रजनीचर, मोसक, कुंभिल, खनक, साहस
- यामा – सूर्यसुता, सूर्यतन्या, कालिंदी, अर्कजा, कृष्णा
- तालाब – सर, सरोवर, तड़ाग, हृद, पुष्कर, जलयोजन, पद्माकर
- दास – अनुचर, चाकर, सेवक, सेवक, भृत्य, किंकर, परिचारक
- दु:ख – दर्द, व्यथा, दुःख, संकट, शोक, क्लेश, वेदना, शोधन, यंत्रणा, खेद
- देवता – सुर, अमर, देव, निर्जर, विबुध, त्रिदश, आदित्य, गिर्वाण
- द्रव्य – धन, वित्त, संपत्ति, विभूति, दौलत, संपत्ति
- नौका – नाव, तरिणी, जलयान, जलपात्र, तरी, बेड़ा, डोंगी, पतंग
- पक्षी – विहंग, विहग, खग, पखेरू, परिंदा, चिड़िया, शकुंत, अंडज, पतंग, द्विज
- पति – भर्ता, वल्लभ, स्वामी, आर्यपुत्र
- पंडित – सुधी, विद्वान, कोटि, बुध, धीर, मनीषी, प्राज्ञ, विचक्षण
- पुष्प – पुष्प, सुमन, कुसुम, प्रसून
- बाण – तीर, शेर, विशिख, आशुग, शिलीमुख, इषु, नाराच
- ब्रह्मा – आत्मभू, स्वयंभू, चतुरानन, पितामह, हिरण्यगर्भ, लोकेश, विधि, विधाता
- वृक्षारोपण – तरु, द्रुम, पादप, विटप, अगम, वृक्ष, गाछ
- मछली – मत्स्य, झख, मीन, जलजीवन, यात्रा, झष, उग्र जीव
- महादेव – शंभु, ईश, पशुपति, शिव, महेश्वर, शंकर, चंद्रशेखर, भव, भूतेश, गिरीश, हर, त्रिलोचन
- मेघ- घन, जलधर, वारीद, गीत, नीरद, वारिधर, पयोद, अंबुद, पयोधर
- मुनि – यती, अवधूत, संत, वैरागी, तापस, संत, भिक्षु, महात्मा, साधु, मुक्तपुरुष
- रात्रि- सर्वरी, निशा, रात, रैन, रजनी, यामिनी, त्रियामा, विभावरी, क्षणदा,
- विष्णु – गरुड़ध्वज, अच्युत, जनार्दन, चक्रपाणि, विश्वंभर, मुकुंद, नारायण, हृषीकेश, दामोदर, केशव, माधव, गोविंद, लक्ष्मीपति, विभु, विश्वरूप
- समूह – समुदाय, वृंद, गण, संघ, पुंज, दल, झुंड, मंडली, टोली, जत्था
- सरस्वती – ब्राह्मी, भारती, भाषा, वाक्, गिरा, शारदा, वीणापाणि, वागीशा
- सोना – सुवर्ण, स्वर्ण, कंचन, हाटक, कनक, हिरण्य, हेम, जातरूप
- सुंदर – रुचिर, चारु, रम्य, सुहावना, मनोहर, रमणीक, चित्ताकर्शक, ललित,
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